मत सोच तू इतना ,आगे बढ़ता चला जा ,
उम्मीद को मत टूटने दे , आगे बढ़ता चला जा||मेहनत-ए-पसीने से तू धरती को सींचता चला जा ,
फसल-ए-ख़ुशी से अपने जोश को बढाता चला जा ||राह में रूकावट तो सब को मिलती है,
रूकावट से जीवन का अनुभव लेता जा ||सरल जीवन से तू क्या कर पायेगा,
कठिनताओं से ही तू संभल पायेगा ||इसलिए मरने से मत डरा कर,
जीवन को कठिन पथ की तरह ही माना कर ||मत सोच तू इतना ,आगे बढ़ता चला जा ,
उम्मीद को मत टूटने दे , आगे बढ़ता चला जा||
Nice thoughts
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thanks!!
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